Skip links

ज्ञान भारतम मिशन भारत की पांडुलिपि धरोहर का संरक्षण

ज्ञान भारतम मिशन भारत की पांडुलिपि धरोहर का संरक्षण

ज्ञान भारतम मिशन भारत की पांडुलिपि धरोहर का संरक्षण | UPSC Compass | Best IAS Coaching in Haryana

परिचय
ज्ञान भारतम मिशन भारत सरकार की एक राष्ट्रीय पहल है, जिसका उद्देश्य देश की विशाल पांडुलिपि धरोहर का संरक्षण, डिजिटलीकरण और प्रसार करना है।
  • यह मिशन 2025–26 के केंद्रीय बजट में घोषित किया गया था।
  • इसका उद्देश्य पारंपरिक ज्ञान को आधुनिक तकनीक के साथ जोड़कर इसे आने वाली पीढ़ियों के लिए सुलभ बनाना है।

मुख्य उद्देश्य
  1. पहचान और दस्तावेज़ीकरण:
    • राज्यों में पांडुलिपि रिसोर्स सेंटर स्थापित कर पांडुलिपियों की पहचान और सूची तैयार करना।
  2. संरक्षण और पुनर्स्थापन:
    • पांडुलिपियों के संरक्षण और मरम्मत के लिए विशेष सुविधाओं का निर्माण।
  3. डिजिटलीकरण और उपलब्धता:
    • राष्ट्रीय डिजिटल रिपॉजिटरी बनाकर पांडुलिपियों को ऑनलाइन उपलब्ध कराना।
  4. अनुसंधान और शिक्षा:
    • पांडुलिपियों पर शोध को बढ़ावा देना और इसे शैक्षणिक पाठ्यक्रम में शामिल करना।
  5. सार्वजनिक जागरूकता और भागीदारी:
    • कार्यशालाएँ, सेमिनार और प्रदर्शनी आयोजित करके पांडुलिपि धरोहर के प्रति जागरूकता बढ़ाना।

कार्यान्वयन रणनीति
  • बजट आवंटन:
    • 2024–31 के लिए ₹482.85 करोड़ का प्रावधान, जिसमें चालू वित्त वर्ष के लिए ₹60 करोड़ निर्धारित।
  • तकनीकी एकीकरण:
    • पांडुलिपियों के डिजिटलीकरण के लिए एआई, क्लाउड रिपॉजिटरी और बहुभाषी प्लेटफॉर्म का उपयोग।
  • सहयोग:
    • शैक्षणिक संस्थानों, पुस्तकालयों और सांस्कृतिक संगठनों के साथ भागीदारी।

महत्त्व
  • सांस्कृतिक संरक्षण:
    • भारत की समृद्ध बौद्धिक और सांस्कृतिक धरोहर को सुरक्षित रखना।
  • शैक्षणिक संसाधन:
    • शोध और शिक्षा के लिए महत्वपूर्ण संसाधन उपलब्ध कराना।
  • वैश्विक पहुंच:
    • भारत की पांडुलिपि धरोहर को वैश्विक स्तर पर सुलभ बनाना।
  • तकनीकी उन्नति:
    • पारंपरिक ज्ञान को आधुनिक तकनीक के साथ जोड़कर अतीत और भविष्य के बीच पुल बनाना।

चुनौतियाँ और विचारणीय पहलू
  • संसाधन सीमा:
    • मिशन के उद्देश्यों के लिए पर्याप्त धन और अवसंरचना सुनिश्चित करना।
  • तकनीकी विशेषज्ञता:
    • डिजिटलीकरण और संरक्षण के लिए आवश्यक तकनीकी कौशल का विकास।
  • सार्वजनिक भागीदारी:
    • पांडुलिपियों के संरक्षण और साझा करने में जनता की सक्रिय भागीदारी।
  • स्थिरता:
    • सतत वित्तीय सहायता और समर्थन के माध्यम से मिशन की दीर्घकालीन स्थिरता।

निष्कर्ष
ज्ञान भारतम मिशन भारत की पांडुलिपि धरोहर को संरक्षित और प्रचारित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
  • पारंपरिक ज्ञान और आधुनिक तकनीक के संयोजन से यह मिशन आने वाली पीढ़ियों के लिए भारत की बौद्धिक विरासत को सुरक्षित करेगा।
  • इसके सफल कार्यान्वयन, सहयोग और सार्वजनिक भागीदारी पर मिशन की सफलता निर्भर करेगी।