क्यों समाचार में?
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शिक्षा मंत्रालय (MoE) के आंकड़े बताते हैं कि 2024–25 की तुलना में 2023–24 में 3–11 आयु वर्ग के लगभग 25 लाख छात्रों का नामांकन घटा है।
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कक्षा 1–12 का नामांकन 11 लाख कम हुआ, जो 2018–19 के बाद से अब तक का सबसे कम है।
मुद्दा क्या है?
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3–11 आयु वर्ग का नामांकन 12.09 करोड़ से घटकर 11.84 करोड़ (24.93 लाख की कमी) हुआ।
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कक्षा 1–12 का नामांकन: 24.8 करोड़ (2023–24) → 24.69 करोड़ (2024–25)।
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सरकारी, सहायता प्राप्त, निजी और अन्य सभी प्रकार के स्कूलों में गिरावट देखी गई।
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ऐतिहासिक प्रवृत्ति:
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26.3 करोड़ (2012–13)
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26 करोड़ (2021–22)
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25.18 करोड़ (2022–23)
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24.8 करोड़ (2023–24)
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24.69 करोड़ (2024–25)
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2022–23 के बाद पद्धति में बदलाव के कारण आंकड़ों की तुलना में समस्या।
गिरावट के कारण
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जनसांख्यिकीय बदलाव:
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जन्म दर में गिरावट → स्कूल जाने योग्य बच्चों की संख्या कम।
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टीएफआर: 1.91 (NFHS-5, 2021) बनाम प्रतिस्थापन स्तर: 2.1।
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केवल यूपी, बिहार, मेघालय प्रतिस्थापन स्तर से ऊपर।
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निजी प्री-प्राइमरी की प्राथमिकता: कई बच्चे स्वतंत्र निजी संस्थानों में नामांकित, जो UDISE+ डेटाबेस में शामिल नहीं।
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आंकड़ा अंतर: GER और नामांकन अनुपात अभी भी 2011 की जनगणना पर आधारित, जो पुरानी है।
सकारात्मक परिणाम
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नामांकन में वृद्धि:
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मध्य विद्यालय (कक्षा 6–8): +6 लाख।
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माध्यमिक विद्यालय (कक्षा 9–12): +8 लाख।
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GER में सुधार:
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मध्य: 89.5% → 90.3%।
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माध्यमिक: 66.5% → 68.5%।
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ड्रॉपआउट दर में कमी:
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प्रारंभिक: 3.7% → 2.3%।
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मध्य: 5.2% → 3.5%।
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माध्यमिक: 10.9% → 8.2%।
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बेहतर शिक्षक-छात्र अनुपात:
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प्रारंभिक: 1:10।
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तैयारी: 1:13।
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मध्य: 1:17।
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माध्यमिक: 1:21।
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चुनौतियाँ
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जनसांख्यिकीय चुनौती: घटती युवा आबादी से स्वाभाविक नामांकन आधार कम।
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असमान पहुँच: ग्रामीण, जनजातीय और हाशिए पर समुदायों में अधिक बहिष्कार।
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आंकड़ों की विश्वसनीयता: मौजूदा आंकड़े पुरानी 2011 जनगणना पर आधारित, जिससे GER और अनुमान गलत।
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निजी बनाम सार्वजनिक विभाजन: स्वतंत्र निजी प्री-प्राइमरी स्कूलों की वृद्धि UDISE+ में पूरी तरह शामिल नहीं।
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गुणवत्ता संबंधी चिंताएँ: बेहतर अनुपात के बावजूद शिक्षक प्रशिक्षण, अवसंरचना और सीखने के परिणाम कमजोर।
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क्षेत्रीय असमानताएँ: उच्च प्रजनन दर वाले राज्यों में भीड़भाड़, जबकि अन्य राज्यों में स्कूलों का कम उपयोग।
आगे का रास्ता
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आंकड़ा स्रोत अपडेट: 2026 जनगणना के आंकड़े शामिल कर सटीक नामांकन अनुमान।
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प्रारंभिक शिक्षा को मजबूत करना: गुणवत्तापूर्ण आंगनवाड़ी और प्री-प्राइमरी को NEP 2020 ढांचे के साथ जोड़ना।
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कमजोर समूहों पर ध्यान: ग्रामीण, जनजातीय और वंचित बच्चों के लिए विशेष नामांकन अभियान।
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सार्वजनिक-निजी सहयोग: स्वतंत्र निजी प्री-स्कूलों को आधिकारिक डेटाबेस में मान्यता।
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गुणवत्ता सुधार: शिक्षक प्रशिक्षण, डिजिटल उपकरण और अवसंरचना में निवेश।
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जनसांख्यिकीय योजना:
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उच्च प्रजनन दर वाले राज्य → अधिक स्कूल खोलना।
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निम्न प्रजनन दर वाले राज्य → नामांकन बनाए रखने के लिए गुणवत्ता सुधार।
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ड्रॉपआउट निगरानी: परामर्श, मध्याह्न भोजन, छात्रवृत्ति और व्यावसायिक लिंक मजबूत करना।
त्वरित तथ्य: UDISE+ रिपोर्ट
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पूरा नाम: यूनिफाइड डिस्ट्रिक्ट इंफॉर्मेशन सिस्टम फॉर एजुकेशन प्लस।
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तैयार किया गया: स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग (DoSE&L)।
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जारी किया गया: शिक्षा मंत्रालय (MoE)।
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विशेषताएँ:
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प्रत्येक मान्यता प्राप्त स्कूल के लिए यूनिक UDISE+ कोड।
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प्रत्येक छात्र के लिए यूनिक शैक्षणिक आईडी (EID)।
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स्वैच्छिक आधार पर बच्चे का आधार संग्रह।
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प्रति छात्र 60+ फ़ील्ड कैप्चर करता है।
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उद्देश्य: वन नेशन वन डेटाबेस।